सिटी न्यूज़ डेस्क।बिहार के मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा पटना में आयोजित ग्रामीण विकास विभाग के समारोह में ग्रामीण परिवार के सामाजिक और आर्थिक उत्थान को गति प्रदान करने हेतु वित्तीय समावेशन एवं सतत् जीविकोपार्जन योजना के अंतर्गत कुल 1650 करोड़ की राशि वितरित की गई।
आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी जिलों में किया गया और हर जिले के हिस्से की राशि/ निधि जिले के समबन्धित जिलाधिकारी द्वारा योजना के लाभार्थियों को डमी चेक के माध्यम से सौंपा गया।
इसी क्रम में नालंदा जिलान्तर्गत श्री शशांक शुभांकर , जिलाधिकारी , नालंदा द्वारा निधियों का हस्तांतरण किया गया।
सतत् जीविकोपार्जन योजना हेतु कुल 622 परिवारों को 2,20,59,895/- रूपए /
आरंभिक पूंजीकरण निधि एवं परिकर्मी निधि के रूप में 1453 स्वयं सहायता समूहों को 10,4,20,000/- रूपए एवं/
विभिन्न बैंकों से ऋण के रूप में 417 स्वयं सहायता समूहों को 17,44,50,000/- रूपए राशि प्रदान की गई।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा जीविका दीदियों को सौंपे गए कुल 30 करोड़ 12 लाख 29 हजार 895/- रूपए की राशि जिले के ग्राम संगठनों और स्वयं सहायता समूहों को उनके आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में प्रोत्साहित करेगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 2535 लाभुकों के बीच प्रथम किस्त की राशि एक करोड़ 14 लाख रुपए की स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए ।
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अंतर्गत 1749 लाभुकों के बीच 2 करोड़ 9 लाख 8 हजार 800 रूपए हस्तांतरित किए गए ।
उपरोक्त वित्तीय सहायता नालंदा जिला के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देने और आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दी गई है।
यह पहल समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएगी।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त,डायरेक्टर डीआरडीए, जीविका परियोजना प्रबंधक सहित अन्य पदाधिकारी गण उपस्थित थे।