नालंदा विश्वविद्यालय के छात्रों और संकाय सदस्यों का उपराष्ट्रपति के साथ संवाद
सिटी न्यूज़ डेस्क ।ज्ञान-अर्जन और शिक्षा के क्षेत्र में नालंदा की ज्ञान परंपरा अतुलनीय है। यह विश्वविद्यालय अपने इतिहास और विरासत के कारण दुनिया में अलग पहचान रखता है।” यह बात आज भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने सुषमा स्वराज सभागार में नालंदा समुदाय को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि वैसुधैव कुटुंबकम, एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य का विचार यहां जमीनी हकीकत है। अपनी अंतर्दृष्टि साझा करते हुए उपराष्ट्रपति ने प्राचीन नालंदा के अंतरराष्ट्रीय संबंधों और सदियों पुराने सभ्यतागत मूल्यों पर अपने विचार व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि आज के नालंदा के छात्रों पर एक बार फिर विश्वविद्यालय को उस स्तर तक ले जाने की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम में उन्होंने उद्घोषणा करते हुए यह भी कहा कि प्रतिष्ठित संस्था, इंडियन काउन्सिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स, शीघ्र हि नालंदा विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगी। माननीय उपराष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के 50 छात्रों के समूह को अतिथि के रूप में नवनिर्मित संसद भवन, भारत-मंडपम, प्रधान मंत्री संग्रहालय, युद्ध-स्मारक और यशोभूमि का भ्रमण करने के लिए भी आमंत्रित किया। नालंदा में पढ़ने वाले विभिन्न राष्ट्रीयताओं के छात्र-छात्राओं ने माननीय उपराष्ट्रपति के साथ बातचीत की जिसमें उन्होंने शिक्षा, पारिस्थितिकी और सॉफ्ट-पावर जैसे क्षेत्रों से संबंधित प्रश्नों पर अपने विचार रखे ।
स्वागत भाषण में अंतरिम कुलपति प्रो अभय कुमार सिंह ने कहा कि बिहार की भूमि प्रजातन्त्र और ज्ञान का उद्गम स्थल रही है। मगध के इस प्राचीन क्षेत्र ने प्रज्ञा, शांति और नैतिकता की रोशनी से समग्र विश्व को प्रकाशित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय अपने नए रूप में भारत के सभ्यतागत अतीत से अनुप्राणित होकर विभिन्न देशों के साथ भारत के सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंधों को पुनर्स्थापित करने में प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय समुदाय इस संस्थान को उसके पूर्ववर्ती गौरव के शिखर पर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत के उपराष्ट्रपति ने नालंदा विश्वविद्यालय के नेट-ज़ीरो हरित परिसर में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़, श्री श्रवण कुमार, माननीय ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री, बिहार सरकार, श्री कौशलेंद्र कुमार, नालंदा सांसद, राजगीर नगर परिषद की मुख्य पार्षद श्रीमती जीरो देवी व नालंदा विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्र इस अवसर पर उपस्थित रहे ।