बिहार शरीफ सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार दोपहर 3:30 बजे सफाईकर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सफाईकर्मियों ने आरोप लगाया कि फरवरी माह से उन्हें ठेकेदार के बजाय जीविका के अंतर्गत काम करने को कहा गया है, लेकिन इसके तहत उनका मानदेय घटाकर 5-6 हजार रुपये प्रति माह कर दिया जाएगा।
सफाईकर्मियों का कहना है कि फिलहाल वे ठेकेदार के अधीन काम कर रहे हैं और उन्हें हर महीने 12 हजार रुपये का भुगतान किया जाता है। अगर जीविका के तहत काम करने पर उनका मानदेय घटा दिया गया तो उनका गुजारा करना मुश्किल हो जाएगा।
सफाईकर्मियों ने कहा, “जीविका द्वारा हमें 12 हजार रुपये प्रति माह नहीं दिया जाएगा तो हम काम करना बंद कर देंगे। यह हमारे पेट पर लात मारने की साजिश है।” उन्होंने आरोप लगाया कि जीविका के तहत काम करना उनके हितों के खिलाफ है और यह उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर करने का प्रयास है।सफाईकर्मियों ने प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से मांग की है कि उन्हें उनके वर्तमान मानदेय के बराबर भुगतान किया जाए। उनका कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे काम ठप कर देंगे, जिससे अस्पताल परिसर में गंदगी का संकट खड़ा हो सकता है।अब तक जीविका की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, प्रदर्शन के कारण अस्पताल परिसर में हलचल मची हुई है