शशांक शुभंकर, जिलाधिकारी एवं अशोक मिश्रा ,पुलिस अधीक्षक नालंदा की संयुक्त अध्यक्षता में हरदेव भवन सभागार में आगामी मुहर्रम पर्व के अवसर पर नालंदा जिलान्तर्गत शांति व्यवस्था एवं विधि व्यवस्था सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विचार विमर्श हेतु जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की गई ।
जिलाधिकारी महोदय ने जिला स्तरीय शांति समिति के सम्मानित सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि दिनांक 17 जुलाई 2024 को मुहर्रम पर्व जिलेभर में शांतिपूर्ण /सौहार्दपूर्ण/ एवं आपसी भाईचारे के साथ मनाएंगे ।
उन्होंने कहा कि पर्व के अवसर पर जुलूस का रूट चार्ट के अनुसार परमिशन लेना आवश्यक है , डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे, सभी मुख्य चौक चौराहों / मार्गो पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी, सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रखे जाएंगे, जुलूस का वीडियो ग्राफी किया जाएगा, ट्रैफिक व्यवस्था /साफ सफाई आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी ।
उन्होंने कहा कि आपसी भाईचारगी/ सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व शांतिपूर्ण माहौल में मनाएं ।
सख्त निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पर्व के अवसर पर असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखी जाएगी, सौहार्द पूर्ण माहौल खराब करने वाले शख्स को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया/ फेक न्यूज़ के गलत अफवाहों पर ध्यान न दें, भड़काऊ बयान बाजी भेदभाव उत्पन्न करते हैं, बिना किसी भेदभाव के एक दूसरे धर्म का सम्मान करें, शांति व्यवस्था भंग न होने दें, किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना प्रशासन तक यथाशीघ्र पहुंचाएं ।
पुलिस अधीक्षक महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि मुहर्रम पर्व शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाए, आपसी भाईचारगी के साथ पर्व मनाए ।
सभी सम्मानित सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, इसकी पुनरावृत्ति ना हो, भविष्य में भी जिले भर में कोई भी पर्व शांतिपूर्ण माहौल में गुजरे इसके लिए सभी सम्मानित सदस्य शांति का संदेश फैलाएं , अपने-अपने क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को शांतिपूर्ण माहौल में पर्व मनाने के लिए प्रेरित करें। इस विषय पर सभी सम्मानित सदस्यों द्वारा स्वेच्छा से सहमति व्यक्त की गई ।
उन्होंने कहा कि एक जुलूस की संख्या 200 तक सिमित होगी।
जुलूस में शामिल 10% लोगों का आधार कार्ड /पहचान पत्र/ मोबाइल नंबर देना अनिवार्य होगा ।
सोशल मीडिया /फेक न्यूज़ पर पैनी नजर रखी जाएगी , दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा ।
सख्त निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि विधि व्यवस्था गाइडलाइन के अनुसार किसी भी जुलूस का रूट चार्ट के अनुसार परमिशन लेना नितांत आवश्यक होगा, डीजे पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे, भड़काऊ बयान बाजी करने वालों को चिन्हित कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ।
जिलेभर में दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों का पुख्ता इंतजाम रहेगा ,सीसीटीवी कैमरे, वीडियो ग्राफी, ड्रोन ,साफ सफाई आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी ।
आखाड़ा संचालकों के अनुरोध पर पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा जुलूस में सिर्फ लाठी /डंडे का परमिशन दिया गया, इसके अलावे तलवार ,भाला , अग्नेयास्त्र,बंदूक आदि पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे ।
जुलूस की सारी जिम्मेवारी आखाड़ा संचालकों की होगी ।
जिला शांति समिति की इस बैठक में सम्मानित सदस्यों द्वारा अपनी अपनी समस्या एवं सुझाव साझा किए गए । उन्होंने भरोसा दिलाया कि आगामी पर्व त्यौहार आपसी भाईचारागी/ सौहार्दपूर्ण वातावरण एवं शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न किए जाएंगे, किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना अविलंब रूप से प्रशासन तक पहुंचाई जाएगी ।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता/नगर आयुक्त/ सहायक समाहर्ता/ विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा/सभी अनुमंडल पदाधिकारी ,अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी सहित संबंधित जिला शांति समिति के सदस्यगण आदि उपस्थित थे ।